अयस्क पूर्व-उपचार: मैंगनीज अयस्क (जैसे कार्बोनेट मैंगनीज अयस्क) को कुचलना और पीसना।
एसिड लीचिंग: सल्फ्यूरिक एसिड अयस्क को घोलकर मैंगनीज सल्फेट (MnSO₄) का घोल बनाता है।
समाधान शुद्धि: लोहे और भारी धातुओं (आमतौर पर तटस्थता या सल्फिडेशन) जैसी अशुद्धियों को दूर करने के लिए पीएच समायोजन।
इलेक्ट्रोलिसिस: इलेक्ट्रोलाइटिक सेल के माध्यम से एक प्रत्यक्ष धारा प्रवाहित की जाती है (कैथोड धारा घनत्व लगभग 400-600 ए/एम² है) और कैथोड पर एमएन²+ को मैंगनीज धातु में बदल दिया जाता है।
प्रसंस्करण के बाद: तैयार उत्पादों की सफाई, सुखाना, काटना और पैकेजिंग करना।

